केंद्रीय सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में कई राज्यों में उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके साथ ही नेताओं से लेकर पूर्व सैन्य अधिकारी तक इस योजना के समर्थन और विरोध में तर्क रख रहे हैं.
इसी हफ़्ते मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ की घोषणा की थी. लेकिन मोदी सरकार की इस योजना का कई राज्यों में विरोध हो रहा है.
इस योजना का विरोध बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और तेलंगाना समेत कई और राज्यों में भी हो रहा है.
तेलंगाना के हैदराबाद के गांधी अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट ने बताया है कि अग्निपथ योजना के विरोध के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि 14 लोग घायल हुए हैं. घायलों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है. इनमें से दो लोगों की सर्जरी की गई है.

क्या है अग्निपथ योजना

- योजना के तहत 90 दिनों के भीतर क़रीब 40 हजार युवकों का चयन किया जाएगा.उन्हें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
- भर्ती होने की उम्र 17.5 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए.
- विरोध के बाद योजना के पहले बैच के लिए दो साल अधिकतम आयु सीमा बढ़ाई गई है.
- शैक्षणिक योग्यता 10वीं या 12वीं पास
- चार सालों के लिए होगी भर्ती
- पहले साल की सैलरी प्रति महीने 30 हज़ार रुपये , चौथे साल प्रति महीने 40 हज़ार रुपये
- चार साल बाद सेवाकाल में प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन होगा और 25 प्रतिशत लोगों को नियमित किया जाएगा

अग्निपथ योजना को लेकर विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है और पिछले दो साल से रुकी हुई भर्तियों को भी बहाल किया जाना चाहिए.