हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सत्ता को अपने कब्जे में रखने के लिए नया नारा दिया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि इस बार के चुनाव में तख्त या ताज नहीं, बल्कि रिवाज बदलेगा।
सोलन जिले के पुलिस मैदान में त्रिदेव सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, ‘शिमला संसदीय क्षेत्र परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहा है, लेकिन अब भाजपा के कार्यकर्ताओं की मेहनत से यहां लगातार तीन चुनाव जीतकर इसे हिला दिया गया है।’ ठाकुर ने कहा, ‘पार्टी के त्रिदेव (बूथ स्तर पर पार्टी के कार्यकर्ता) संगठन को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण थे और यह महत्वपूर्ण था कि त्रिदेव अधिक समर्पण और समन्वय के साथ काम करें।’
पूरे देश से गायब हो गई है कांग्रेस: ठाकुर
ठाकुर ने कहा, ‘पिछले चार सालों में हमारे सामने कठिन समय था, लेकिन इसके बावजूद हमने हिमाचल प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए काम करने की कोशिश की और हम उसमें सफल रहे।’ उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वे (कांग्रेस) लोगों को गुमराह करके माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मैं कांग्रेस के दोस्तों से एक बात कहना चाहूंगा कि कांग्रेस पूरे देश से गायब हो गई है।’
भाजपा ने दिया नया नारा
ठाकुर ने कहा, ‘इस बार हमने नारा दिया है कि ‘ना राज बदलेगा ना ताज बदलेगा, अबकी बार बस रिवाज बदलेगा’। हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल में सरकार बदलने के रिवाज को हम बदल देंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘जहां तक सरकार का सवाल है, बीते साढ़े चार साल में हिमाचल प्रदेश एक नई पहचान के साथ खड़ा हुआ है। हम सभी भाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिमाचल से बहुत प्यार है। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी अपने डेढ़ साल के इस कार्यकाल में सात बार राज्यों का दौरा कर चुके हैं।’
ठाकुर बोले- डबल इंजन की सरकार से यह सब मिला
मुख्यमंत्री ठाकुर ने आगे कहा कि केन्द्र ने 800 करोड़ की विशेष वित्तीय सहायता के साथ ही राज्य के लिए 10,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स भी शुरू किए हैं। एक एम्स, चार मेडिकल कॉलेज, अटल टनल रोहतांग, आईआईएम आदि राज्य और केंद्र में डबल इंजन सरकारों के कारण संभव हुए। फिर भी कांग्रेस के लोग कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने हमें कुछ नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि अगर वह सत्ता में आए तो जयराम ठाकुर की सभी योजनाओं को खारिज कर देंगे। वह पूछते हैं कि मैंने राज्य के लिए क्या किया है। मुझे नहीं लगता कि मैंने जो काम किया है, उसे बताने की जरूरत है।’