तलवाड़ा, 4 सितंबर (बलदेव राज टोहलु): आज के इस आधुनिक युग में जहां लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे निकल रही हैं, वहीं कुछ लोग आज भी लड़कों की चाहत में बेटी पैदा होने पर मां को ही ज़िम्मेदार ठहराते हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है दसूहा से, जहां तीसरी बार भी बेटी को जन्म देने पर महिला से ससुराल वालों ने न सिर्फ उससे मारपीट की, बल्कि उसे घर से ही निकाल दिया। इस संबंधी अधिक जानकारी देते हुए पीड़ित महिला राजिंदर कौर ने बताया कि उसका विवाह 2014 में वरिंदर सिंह पुत्र निर्मल सिंह निवासी गांव कमरावां जिला कपूरथला के साथ हुआ था। राजिंदर कौर का कहना है की उसका पति वरिंदर सिंह फ्रांस में काम करता है और पिछले कई सालों से अपने माता-पिता के साथ विदेश में ही रहता है। बस साल में कभी-कभी अपने गांव कमरावां भुलथ में आता है।
राजिंदर कौर ने आगे बताया कि मेरी तीन बेटियां हैं तथा मेरे ससुराल वाले बेटा चाहते थे, लेकिन जब एक महीने पहले तीसरी भी बेटी ही पैदा हुई तो पति और उसके परिवार वालों ने मुझे तंग-परेशान करना शुरू कर दिया। वह रोज मारपीट करने लगे। मैंने पहले भी मारपीट की शिकायत थाने में दर्ज करवाई थी लेकिन हर बार मेरा पति माफी मांग कर राजीनामा करवा लेता था, पर कुछ दिन पहले मेरे पति और उसकी मां निर्मल कौर ने मुझे बुरी तरह से मारा और घर से यह कहते हुए निकाल दिया कि तू सिर्फ लड़कियां ही पैदा कर सकती है। राजिंदर कौर का कहना है कि उसके पति का किसी अन्य महिला से सम्बन्ध है और वह बेटे की चाहत में उस महिला से शादी करना चाहता है। राजिंदर कौर ने प्रशासन से मांग है कि मुझे इंसाफ दिलाया जाए और ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो बेटियों को आज भी बोझ समझते हैं। वहीं, इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।